बच्चों के विकासात्मक शिक्षण पद्धति संबंधी 3 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया

जगदलपुर। जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान बस्तर के कार्ययोजना के अनुरूप तीन दिवसीय इसीसीई बालवाड़ी प्रशिक्षण का आयोजन 6 से 8 मई 2024 तक सेजेस तोकापाल में किया गया। इस प्रशिक्षण में प्राचार्य डाईट बस्तर नितिन डडसेना, सहायक प्राध्यापक डॉ.स्टेनली जॉन सहित बीईओ पूनम सलाम, बीआरसी अजय शर्मा, प्राचार्य सेजेस तोकापाल विधुशेखर झा और मास्टर्स ट्रेनर्स पीयूष पॉल एवं दुर्गेश्वरी पटेल द्वारा प्राथमिक शाला के शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा आंगनबाड़ी के कार्यकर्ताओं को विस्तारपूर्वक प्रारम्भिक शिक्षा तथा शिक्षण तरीकों के बारे में अवगत कराया गया।
इस दौरान इसीसीई का परिचय एवं महत्व, बच्चों की अवधारण क्षमता, अधिगम शैली एवं विविधता, विकास के आयाम, बच्चों की विकासात्मक आवश्यकताएं तथा बच्चों की आरंभिक शिक्षा में पालकों की सहभागिता, प्रारंभिक वर्षों के लिए शिक्षण पद्धति एवं खेल आधारित शिक्षण, अनुकूल शिक्षण परिवेश तथा आंगनबाडी एवं बालवाड़ी के परिवेश संबंधी विस्तृत चर्चा की गई।
वहीं मास्टर ट्रेनर्स पियूष पॉल एवं दुर्गेश्वरी पटेल द्वारा बेहद ही रोचक तरीके से लर्निंग प्रिंसपल, थीम आधारित पाठ्यकम का परिचय, दैनिक शिक्षण योजना और गतिविधि, पुस्तकों की संरचना का परिचय, प्रारंभिक भाषा विकास, सुगमकर्ता द्वारा कहानी सुनाने की गतिविधि इत्यादि के सम्बंध में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिवस प्रशिक्षार्थियों द्वारा बच्चों और समूह के साथ पूर्ण दिवस की दैनिक शिक्षण योजना का प्रदर्शन, भाषा एवं गणितीय शिक्षण की रणनीतियों पर बातचीत, संज्ञानात्मक विकास व उससे जुड़ी गतिविधियों पर चर्चा करने के उपरांत बालवाड़ी एवं आंगनबाड़ी में किये जाने वाले आगामी कार्ययोजना की समीक्षा के साथ समापन किया गया।
इस मौके पर जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा अखिलेश मिश्रा द्वारा प्रतिभागियों से प्रशिक्षण के फीडबेक पर चर्चा करते हुए प्रशिक्षण की सार्थकता पर विशेष बल दिया गया तथा मास्टर्स ट्रेनर्स के द्वारा बताए गए शिक्षण गतिविधियों का बालवाड़ी में शतप्रतिशत संचालन कर शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर करने की अपेक्षा व्यक्त की गई। उक्त प्रशिक्षण में तोकापाल ब्लाॅक में संचालित 50 बालवाड़ी से संबंधित प्राथमिक शाला के शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।