ग्रीष्मकाल में पेयजल संकट वाले ग्रामों का चिन्हांकन कर अतिरिक्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए : कलेक्टर

उमरिया । ग्रीष्म काल में पेयजल संकट वाले ग्रामों का चिन्हांकन पूर्व से ही कर लिया जाए तथा इन ग्रामों में पेयजल संकट के निदान हेतु अतिरिक्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय , जल जीवन मिशन, ग्रामीण विकास विभाग, मुख्य नगर पालिका अधिकारियों तथा कार्यपालन यंत्री विद्युत मण्डल को निर्देश दिए है कि जहां भी आवश्यकता हो जल का परिवहन करने का प्रस्ताव तैयार करें तथा यह पेयजल किस स्रोत से किस मोहला तक ले जाना है तथा जल के परिवहन के लिए टैंकर आदि की भी व्यवस्था कर ली जाए। नगर पालिका कार्यालय तथा सीईओ जनपद पंचायतों के कार्यालयों में कंट्रोल रूम तथा शिकायत पंजी का संधारण किया जाए । जो भी शिकायते मिलती है, उन शिकायतों को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग को फारवर्ड कर दी जाए। जिससे उनका निराकरण शीघ्रता से हो सके। बैठक में अपर कलेक्टर शिवगोविंद सिंह मरकाम, एसडीएम बांधवगढ रीता डेहरिया, एसडीएम पाली टी आर नाग, एसडीएम मानपुर कमलेश नीरज, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण अमित तिवारी, सीईओ जनपद पंचायत, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग, महाप्रबंधक जल जीवन मिशन, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, कार्यपालन यंत्री विद्युत मण्डल अभिषेक सिंह सहित अन्य जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे । कलेक्टर ने कहा कि पेयजल से संबंधित शिकायते, नल जल योजना के नही चलने, खराब होने, पंप खराब होने, पाईप लाइन खराब होने, हैण्डपंप खराब होने या जल स्तर नीचे गिर जाने तथा विद्युत संबंधी होती है, जहां भी आवश्यकता हो हैंडपंपो के राईजर पाईप बढाये जाए । नल जल योजनाओं की खराबी का निराकरण किया जाए । आवश्यकतानुसार सिंगल फेज के मोटर लगाए जाए तथा मोटर पंप खराब होने की स्थिति में शीघ्रता से मरम्मत कराई जाए ।