प्रशासन ने रोका बाल विवाह

कोण्डागांव। कोण्डागाव जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत बफना से बाल विवाह की गुप्त सूचना मिलने पर कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देशानुसार प्रशासन के वात्सल्य महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग एवं चाईल्ड लाईन के संयुक्त दल द्वारा कार्यवाही करते हुए मंगलवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी अवनी कुमार बिसवाल के मार्गदर्शन में बाल विवाह को रोका गया।
ज्ञात हो कि मंगलवार को ग्राम पंचायत बफना में नाबालिग बालिका कलावती (परिवर्तित नाम) पिता उमेश (परिवर्तित नाम) उम्र 16 वर्ष 6 माह निवासी बफना का विवाह बालक उमेश कुमार (परिवर्तित नाम) पिता दीनबंधु (परिवर्तित नाम) उम्र 21 वर्ष निवासी मसगांव नवरगपुर उड़ीसा के साथ किया जा रहा था। जिसकी जानकारी प्राप्त होने पर दल द्वारा ग्राम पहुंच कर जानकारी प्राप्त की गयी। जहां प्राप्त जानकारी अनुसार बालिका विवाह नहीं करना चाहती थी, परिवार द्वारा सामाजिक रीति रिवाज से विवाह करना चाह रहे थे। जिसमें तय कार्यकम अनुसार विवाह कार्ड वितरण किया गया था। जिसके अनुसार 24 अप्रैल को पाणीग्रहण किया जाना था। जिस पर ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति के द्वारा घर में जाकर परिजनों को समझाईश दिया गया था, परन्तु परिवार वाले इसे मानने को राजी नहीं थे।

जिसकी सूचना मिलने पर जिला स्तरीय गठित संयुक्त दल द्वारा बालिका के घर पहुंचकर बालिका के आधार कार्ड एवं शैक्षणिक दस्तावेजों का निरीक्षण किया गया। जिसमें बालिका की आयु विवाह हेतु निर्धारित आयु से कम पायी गई। बालिका के गृह स्थल में परिवार के सदस्यों को विभागीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, दण्ड के प्रावधान, बाल विवाह के दुष्परिणाम से अवगत कराते हुए विवाह न करने की समझाईश दिया गया। जिस पर परिवार के सदस्यों द्वारा बालिका की निर्धारित आयु पूरी होने पर विवाह किये जाने हेतु स्वीकृति दी गयी। दल द्वारा परिजनों को समझाईश के उपरांत पंचनामा तैयार किया गया। जिला बाल संरक्षण इकाई नवरंगपुर उडीसा के द्वारा भी मसगांव में जाकर वर पक्ष को समझाईश देकर बाल विवाह न करने हेतु घरवालों को राज़ी किया।
बाल बिवाह को रोकने के लिए गठित संयुक्त दल में जिला बाल संरक्षण अधिकारी नरेन्द्र सोनी, परियोजना अधिकारी रजनी दुबे, प्रधान आरक्षक महेन्द्र सिंह ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता बरातीन नाग एवं आउटरीच वर्कर माधुरी उसेण्डी, चाईल्ड लाईन हेमन्त भारती, रूपा यादव उपस्थित रहे।